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चम्बा , 04 मई [ शिवानी ] ! भटियात क्षेत्र की नैनीखड्ड पंचायत के गांव सेल में रविवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो अलग-अलग गऊशालाओं में अचानक आग भड़क उठी। यह हादसा तड़के लगभग 5 बजे हुआ, जब ग्रामीणों ने धुएं के गुबार और आग की लपटें उठती देखीं। जानकारी के अनुसार गांव के दो दिहाड़ीदार परिवारों कालू राम और ज्ञान चंद की ये गऊशालाएं थीं। दोनों परिवारों ने रोज की तरह सुबह-सवेरे अपने पशुओं को चराने के लिए गऊशालाओं से बाहर निकाल दिया था, लेकिन कुछ ही देर बाद दोनों गऊशालाएं देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गईं। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की हरसंभव कोशिश की परंतु तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी और दोनों गऊशालाएं पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थीं। आग की चपेट में आने से गऊशालाओं में रखा चारा इत्यादि भी नष्ट हो गया है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पंचायत प्रधान कमलेश राणा मौके पर पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तुरंत स्थानीय पटवारी को भी इस अग्निकांड की जानकारी देकर आगे की कार्रवाई शुरू करवाई है। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। ग्रामीण भी इस घटना को लेकर हैरान हैं कि आखिरकार सुबह-सवेरे इस तरह दोनों गऊशालाओं में एक साथ आग कैसे लग गई। घटना की जांच की मांग भी उठ रही है। वहीं उन्होंने प्रभावित परिवारों को प्रशासन से उचित मुआवजे देने की मांग की है।
चम्बा , 04 मई [ शिवानी ] ! भटियात क्षेत्र की नैनीखड्ड पंचायत के गांव सेल में रविवार सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दो अलग-अलग गऊशालाओं में अचानक आग भड़क उठी। यह हादसा तड़के लगभग 5 बजे हुआ, जब ग्रामीणों ने धुएं के गुबार और आग की लपटें उठती देखीं।
जानकारी के अनुसार गांव के दो दिहाड़ीदार परिवारों कालू राम और ज्ञान चंद की ये गऊशालाएं थीं। दोनों परिवारों ने रोज की तरह सुबह-सवेरे अपने पशुओं को चराने के लिए गऊशालाओं से बाहर निकाल दिया था, लेकिन कुछ ही देर बाद दोनों गऊशालाएं देखते ही देखते आग की लपटों में घिर गईं।
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ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने की हरसंभव कोशिश की परंतु तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी और दोनों गऊशालाएं पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थीं। आग की चपेट में आने से गऊशालाओं में रखा चारा इत्यादि भी नष्ट हो गया है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पंचायत प्रधान कमलेश राणा मौके पर पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने तुरंत स्थानीय पटवारी को भी इस अग्निकांड की जानकारी देकर आगे की कार्रवाई शुरू करवाई है।
फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। ग्रामीण भी इस घटना को लेकर हैरान हैं कि आखिरकार सुबह-सवेरे इस तरह दोनों गऊशालाओं में एक साथ आग कैसे लग गई। घटना की जांच की मांग भी उठ रही है। वहीं उन्होंने प्रभावित परिवारों को प्रशासन से उचित मुआवजे देने की मांग की है।
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