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सोलन , 30 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! गोपाअष्टमी के अवसर पर सोलन स्थित आश्रय गौसदन में विधिवत गायो की पूजा अर्चना सहित हवन यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन किया गया । मान्यता है कि आज ही के दिन भगवान श्री कृश्ण ने गायो को जंगल में चराना आरम्भ किया था तभी से भगवान श्री कृष्ण का नाम गोपाल भी पडा । उसी दिन से हर वर्श गोपाल अष्टमी मनाई जाती है इस दिन गायो की सेवा व पूजा अर्चना करने का विषेश महत्व है। बात करते हुए आश्रय गौसदन में गायो की पूजा अर्चना व सेवा करने आये लोगो ने बताया कि गोपालअश्टमी के पावन अवसर पर वह गाय माता की पूजा अर्चना कर उन्हें हरा चारा दे रहे है। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर मृत्यु तक गायो की विषेश महिमा है। उन्होंने कहा कि सभी को गौ सेवा व गाय पालनी चाहिए । लोगों ने बताया कि आज से ही भगवान श्री कृष्ण ने गाय चराना आरम्भ किया था जिसके बाद उनका नाम गोपाल भी पड़ा ।
सोलन , 30 ऑक्टूबर [ विशाल सूद ] ! गोपाअष्टमी के अवसर पर सोलन स्थित आश्रय गौसदन में विधिवत गायो की पूजा अर्चना सहित हवन यज्ञ एवं भंडारे का आयोजन किया गया । मान्यता है कि आज ही के दिन भगवान श्री कृश्ण ने गायो को जंगल में चराना आरम्भ किया था तभी से भगवान श्री कृष्ण का नाम गोपाल भी पडा । उसी दिन से हर वर्श गोपाल अष्टमी मनाई जाती है इस दिन गायो की सेवा व पूजा अर्चना करने का विषेश महत्व है।
बात करते हुए आश्रय गौसदन में गायो की पूजा अर्चना व सेवा करने आये लोगो ने बताया कि गोपालअश्टमी के पावन अवसर पर वह गाय माता की पूजा अर्चना कर उन्हें हरा चारा दे रहे है। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर मृत्यु तक गायो की विषेश महिमा है। उन्होंने कहा कि सभी को गौ सेवा व गाय पालनी चाहिए । लोगों ने बताया कि आज से ही भगवान श्री कृष्ण ने गाय चराना आरम्भ किया था जिसके बाद उनका नाम गोपाल भी पड़ा ।
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