


हिमाचल को नशामुक्त बनाने में खेलों की भूमिका अहम्: शुक्ल*
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
शिमला , 22 जून [ विशाल सूद ] ! राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में पेशेवर मुक्केबाजी संघ हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। यह प्रतियोगिता ‘नशा छोड़ो-खेल खेलो’ अभियान के तहत आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर, राज्यपाल ने संघ को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि इसके माध्यम से हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहे, वीरभद्र सिंह की स्मृति को नमन कर रहे हैं, जिनका जीवन, उनकी सोच और उनका समर्पण हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के लिए प्रेरणा स्रोत है। वह न केवल एक दूरदर्शी नेता थे, बल्कि उन्होंने राज्य के चहुँमुखी विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किए। उन्होंने काह कि उनका व्यक्तित्व जितना गरिमामय था, उतनी ही उनकी जनसेवा की भावना गहरी और सशक्त थी। उन्होंने कहा कि वह एक शिखर पुरुष थे। शुक्ल ने कहा कि आज का यह आयोजन, जिसमें भारत सहित विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, एक सशक्त संदेश देता है कि हम न केवल अपने अतीत को सम्मान देते हैं, बल्कि खेल और सौहार्द्र के माध्यम से वैश्विक स्तर पर संवाद भी स्थापित करते हैं। शुक्ल ने कहा, ‘‘युवा खेलों को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। यह केवल शरीर को स्वस्थ नहीं करता, बल्कि विचारों को भी सशक्त बनाता है। एक स्वस्थ युवा ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करता है। हमारे युवा खेल गतिविधियों से जुड़ेंगे तभी समाज में फैल रहे नशे से भी बच सकेंगे।’’ उन्होंने कहा कि खेल युवाओं को नशे जैसी बुराइयों से दूर रखने का सशक्त माध्यम हैं। जब युवा खेल में अपनी ऊर्जा लगाते हैं, तो वे सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ते हैं और जीवन में उद्देश्यपूर्ण बनते हैं। उन्होंने कहा कि एक सक्रिय और अनुशासित दिनचर्या उन्हें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाती है, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त करती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल को नशामुक्त बनाने में खेलों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों को इस बात को गंभीरता से लेना होगा कि देव भूमि रहेगी या नशे की भूमि। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हिमाचल को नशे से बचना है। उन्होंने श्री विक्रमादित्य सिंह को बधाई दी कि वह इस तरह के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करते हैं, जो नशे के खिलाफ जागरूकता से जुड़े हैं। इससे पूर्व, उन्होंने भारत और रूस के मुक्केबाज के बीच मुकाबला देखा। हिमाचल प्रदेश पेशेवर मुक्केबाज़ी संघ के अध्यक्ष मोहिन्द्र स्तान ने राज्यपाल का स्वागत किया। झारखंड उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति त्रिलोक चौहान, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, लोकनिर्माण मन्त्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक नंदलाल और श्री हरीश जनारथा, नगर निगम के महापौर सुरेन्द्र चौहान, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, राज्यपाल के सचिव चन्द्र प्रकाश वर्मा, संघ के महासचिव यदुपति ठाकुर तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
शिमला , 22 जून [ विशाल सूद ] ! राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में पेशेवर मुक्केबाजी संघ हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। यह प्रतियोगिता ‘नशा छोड़ो-खेल खेलो’ अभियान के तहत आयोजित की जा रही है।
इस अवसर पर, राज्यपाल ने संघ को इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि इसके माध्यम से हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री रहे, वीरभद्र सिंह की स्मृति को नमन कर रहे हैं, जिनका जीवन, उनकी सोच और उनका समर्पण हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के लिए प्रेरणा स्रोत है।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
वह न केवल एक दूरदर्शी नेता थे, बल्कि उन्होंने राज्य के चहुँमुखी विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किए। उन्होंने काह कि उनका व्यक्तित्व जितना गरिमामय था, उतनी ही उनकी जनसेवा की भावना गहरी और सशक्त थी। उन्होंने कहा कि वह एक शिखर पुरुष थे।
शुक्ल ने कहा कि आज का यह आयोजन, जिसमें भारत सहित विभिन्न देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, एक सशक्त संदेश देता है कि हम न केवल अपने अतीत को सम्मान देते हैं, बल्कि खेल और सौहार्द्र के माध्यम से वैश्विक स्तर पर संवाद भी स्थापित करते हैं।
शुक्ल ने कहा, ‘‘युवा खेलों को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। यह केवल शरीर को स्वस्थ नहीं करता, बल्कि विचारों को भी सशक्त बनाता है। एक स्वस्थ युवा ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण करता है। हमारे युवा खेल गतिविधियों से जुड़ेंगे तभी समाज में फैल रहे नशे से भी बच सकेंगे।’’
उन्होंने कहा कि खेल युवाओं को नशे जैसी बुराइयों से दूर रखने का सशक्त माध्यम हैं। जब युवा खेल में अपनी ऊर्जा लगाते हैं, तो वे सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ते हैं और जीवन में उद्देश्यपूर्ण बनते हैं। उन्होंने कहा कि एक सक्रिय और अनुशासित दिनचर्या उन्हें न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाती है, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त करती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल को नशामुक्त बनाने में खेलों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों को इस बात को गंभीरता से लेना होगा कि देव भूमि रहेगी या नशे की भूमि। उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हिमाचल को नशे से बचना है। उन्होंने श्री विक्रमादित्य सिंह को बधाई दी कि वह इस तरह के कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करते हैं, जो नशे के खिलाफ जागरूकता से जुड़े हैं।
इससे पूर्व, उन्होंने भारत और रूस के मुक्केबाज के बीच मुकाबला देखा। हिमाचल प्रदेश पेशेवर मुक्केबाज़ी संघ के अध्यक्ष मोहिन्द्र स्तान ने राज्यपाल का स्वागत किया।
झारखंड उच्च न्यायालय के नवनियुक्त मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति त्रिलोक चौहान, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति अजय मोहन गोयल, लोकनिर्माण मन्त्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक नंदलाल और श्री हरीश जनारथा, नगर निगम के महापौर सुरेन्द्र चौहान, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, राज्यपाल के सचिव चन्द्र प्रकाश वर्मा, संघ के महासचिव यदुपति ठाकुर तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -