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शिमला , 16 जुलाई [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में अब शहरों के विकास के लिए क्षेत्रीय प्लान तैयार किया जाएगा जिसके तहत इन क्षेत्रों में निर्माण को लेकर टाउन एन्ड कंट्री प्लानिंग पूरा खाखा तैयार करेगा।इसके लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली के साथ टीसीपी जल्द एमओयू साइन करने जा रहा है। बुधवार को सचिवालय में मंत्री राजेश धर्मानी ने इसको लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ रिव्यू बैठक की और जल्द ही इन तीन जिलों में क्षेत्रीय प्लान को लागू करने की बात कही। इसके तहत इन जिलों में व्यावसायिक परिसर कहां स्थापित होने चाहिए और कौन सा क्षेत्र ग्रीन एरिया में आएगा और कहां पर कंस्ट्रक्शन होगी और विकास किस तरह से होगा। इसको लेकर रोडमैप बनाया जाएगा। मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि प्रदेश में क्षेत्रीय प्लान तैयार किया जा है। पहले चरण में शिमला कुल्लू कांगड़ा में यह क्षेत्रीय प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली जो कि केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी है उसके साथ जल्द एमओयू साइन किया जाएगा। इसका मकसद यही है कि शहरों में किस तरह से विकास होना चाहिए और किस तरह से निर्माण कार्य किए जाने चाहिए और कहां पर नहीं इसको लेकर पूरा प्लान तैयार किया जाएगा। इस आधार पर इन शहरों को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सोलन और लाहौल स्पीति में अपने स्तर पर पहले से ही क्षेत्रीय प्लान बनाया है। और आप पूरे हिमाचल के लिए भी एक डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जाएगा। वही ग्रामीण क्षेत्र नदी नालों के किनारे निर्माण कार्य को लेकर राजेश धर्मानी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी निर्देश दिए थे कि आपदा के दौरान काफी नुकसान होता है इसके लिए नियम बनाने के निर्देश दिए थे और लागू करने को कहा था लेकिन टीसीपी के पास मैन पावर नहीं है। ऐसे में कोर्ट द्वारा पंचायती राज को जिम्मवारी दी है। टीसीपी मदद करेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण किस तरह से हो इसके लिए इन जल्द रोड मैप बनाया जाएगा और पंचायती राज ही अनुमति दे इस तरह की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि मानसून में आपदा में भारी नुकसान हुआ है खासकर मंडी में बहुत नुकसान हुआ है।वे खुद भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में गए थे वहां पर सभी सरकारी विभाग काम कर रहे हैं ताकि लोगों जीवन को दोबारा से पटरी पर लाया जा सके। सड़क बिजली पानी को रिस्टोर किया जा रहा है नुकसान इतना ज्यादा है कि जीवन को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए काफी समय लगेगा। आदित्य सड़कों को आवजाही के लिए खोल दिया है और जो बड़ी सड़के हैं वहां पर सड़कों को बहाल करने के लिए मशीनरी लगाई गई है। सिराज सहित अनेक क्षेत्रों में पानी के साथ काफी ज्यादा लकड़ियां भी बह कर आई है जो कि इन नालों में फंस गई है। उन्हें भी जल्द निकालने को कहा गया है।
शिमला , 16 जुलाई [ विशाल सूद ] ! हिमाचल प्रदेश में अब शहरों के विकास के लिए क्षेत्रीय प्लान तैयार किया जाएगा जिसके तहत इन क्षेत्रों में निर्माण को लेकर टाउन एन्ड कंट्री प्लानिंग पूरा खाखा तैयार करेगा।इसके लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली के साथ टीसीपी जल्द एमओयू साइन करने जा रहा है।
बुधवार को सचिवालय में मंत्री राजेश धर्मानी ने इसको लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ रिव्यू बैठक की और जल्द ही इन तीन जिलों में क्षेत्रीय प्लान को लागू करने की बात कही। इसके तहत इन जिलों में व्यावसायिक परिसर कहां स्थापित होने चाहिए और कौन सा क्षेत्र ग्रीन एरिया में आएगा और कहां पर कंस्ट्रक्शन होगी और विकास किस तरह से होगा। इसको लेकर रोडमैप बनाया जाएगा।
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मंत्री राजेश धर्मानी ने कहा कि प्रदेश में क्षेत्रीय प्लान तैयार किया जा है। पहले चरण में शिमला कुल्लू कांगड़ा में यह क्षेत्रीय प्लान तैयार किया जाएगा। इसके लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर दिल्ली जो कि केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी है उसके साथ जल्द एमओयू साइन किया जाएगा।
इसका मकसद यही है कि शहरों में किस तरह से विकास होना चाहिए और किस तरह से निर्माण कार्य किए जाने चाहिए और कहां पर नहीं इसको लेकर पूरा प्लान तैयार किया जाएगा। इस आधार पर इन शहरों को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सोलन और लाहौल स्पीति में अपने स्तर पर पहले से ही क्षेत्रीय प्लान बनाया है। और आप पूरे हिमाचल के लिए भी एक डेवलपमेंट प्लान तैयार किया जाएगा।
वही ग्रामीण क्षेत्र नदी नालों के किनारे निर्माण कार्य को लेकर राजेश धर्मानी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने भी निर्देश दिए थे कि आपदा के दौरान काफी नुकसान होता है इसके लिए नियम बनाने के निर्देश दिए थे और लागू करने को कहा था लेकिन टीसीपी के पास मैन पावर नहीं है। ऐसे में कोर्ट द्वारा पंचायती राज को जिम्मवारी दी है। टीसीपी मदद करेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण किस तरह से हो इसके लिए इन जल्द रोड मैप बनाया जाएगा और पंचायती राज ही अनुमति दे इस तरह की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि मानसून में आपदा में भारी नुकसान हुआ है खासकर मंडी में बहुत नुकसान हुआ है।वे खुद भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में गए थे वहां पर सभी सरकारी विभाग काम कर रहे हैं ताकि लोगों जीवन को दोबारा से पटरी पर लाया जा सके।
सड़क बिजली पानी को रिस्टोर किया जा रहा है नुकसान इतना ज्यादा है कि जीवन को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए काफी समय लगेगा। आदित्य सड़कों को आवजाही के लिए खोल दिया है और जो बड़ी सड़के हैं वहां पर सड़कों को बहाल करने के लिए मशीनरी लगाई गई है। सिराज सहित अनेक क्षेत्रों में पानी के साथ काफी ज्यादा लकड़ियां भी बह कर आई है जो कि इन नालों में फंस गई है। उन्हें भी जल्द निकालने को कहा गया है।
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