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चम्बा ! दिल में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो मंजिल आसानी से खुद व खुद मिल जाती है चंबा जिला के सबसे दूरदराज इलाका चुराह विधान सभा क्षेत्र की ग्रांम पंचायत कोहाल के कैंथ्ली गाँव निवासी फारूख मोहम्मद ने मिसाल पेश करते हुए सन्देश देने का काम किया है। पेशे से किसान फारूख मोहम्मद ने कोरोना वायरस जैसी महामारी में अपने खेतों में खीरे और टमाटर की फसल लगाई जिसके चलते उन्हें काफी लाभ मिलने लगा इन दिनों खीरे बाजार में बिक रहे है और टमाटर का भी अच्छा दाम मिलने से फारूख मोहम्मद की आर्थिकी मजबूत हुई है फारूख द्वारा तैयार की गई सब्जियों को जहाँ स्थानीय लोग हाथो हाथ खरीद रहे हैं तो वहीँ दूसरी और वो काफी खुश दिखाई दे रहे है । जाहिर सी बात है की जब कोरोना वायरस जैसी महामारी से पूरे देश में काफी मामले सामने आए तो ऐसे में लोगो के लिए आर्थिकी का साधन जुटा पाना मुश्किल भरा हो रहा था तो वहीँ दूसरी तरफ फारूख मोहमद जैसे किसान महामरी के दौर में भी सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हहुए अपने खेतों में काम करके अपनी आर्थिकी को मजबूत करने में जुटे थे। जाहिर सी बात है जो लोग रोजगार की तलाश में अपने जिला से बहार रोजगार पाने के लिए गए थे वो सब लोग अपने घर आ चुके है ,जिसके बाद किसान फारूख मोहम्मद ने उन सभी युवाओं से अपील करते हुए कहा की वो अपने खेतों में सब्जियों आदि का काम करें उन्हें काफी लाभ मिलेगा। वहीँ दसूरी और किसान फारूख मोहम्मद का कहना है की कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौर में हमें कोई परेशानी नहीं हुई हमने अपने खेतों में खीरे और टमाटर जैसी फसलो को एहमियत दी जिसके चलते लोक डाउन मवी हमें पैसों की कोई परेशानी नहीं हुई हमारे खीरे बिकने शुरू हुए तो हमें पैसे लगातार आते रहे। उसके बाद अभी टमाटर की फसल भिओ तैयार है उसे भी मार्किट में बेचना है हालंकि इन फसलो से हमें काफी लाभ हुआ जिसके चलते हमारा यही कहना है की जो लोग बहार से अपनी नौकरी या रोजगार छोड़ने के बाद अपने घरों में रह रहे है उनसे यही अपील करूंगा की वो अपने खेतों मियो सब्जियां बगेरा लघाए इससे काफी लाभ होता है हमने खुद करके देखा।
चम्बा ! दिल में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो मंजिल आसानी से खुद व खुद मिल जाती है चंबा जिला के सबसे दूरदराज इलाका चुराह विधान सभा क्षेत्र की ग्रांम पंचायत कोहाल के कैंथ्ली गाँव निवासी फारूख मोहम्मद ने मिसाल पेश करते हुए सन्देश देने का काम किया है।
पेशे से किसान फारूख मोहम्मद ने कोरोना वायरस जैसी महामारी में अपने खेतों में खीरे और टमाटर की फसल लगाई जिसके चलते उन्हें काफी लाभ मिलने लगा इन दिनों खीरे बाजार में बिक रहे है और टमाटर का भी अच्छा दाम मिलने से फारूख मोहम्मद की आर्थिकी मजबूत हुई है फारूख द्वारा तैयार की गई सब्जियों को जहाँ स्थानीय लोग हाथो हाथ खरीद रहे हैं तो वहीँ दूसरी और वो काफी खुश दिखाई दे रहे है ।
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जाहिर सी बात है की जब कोरोना वायरस जैसी महामारी से पूरे देश में काफी मामले सामने आए तो ऐसे में लोगो के लिए आर्थिकी का साधन जुटा पाना मुश्किल भरा हो रहा था तो वहीँ दूसरी तरफ फारूख मोहमद जैसे किसान महामरी के दौर में भी सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हहुए अपने खेतों में काम करके अपनी आर्थिकी को मजबूत करने में जुटे थे।
जाहिर सी बात है जो लोग रोजगार की तलाश में अपने जिला से बहार रोजगार पाने के लिए गए थे वो सब लोग अपने घर आ चुके है ,जिसके बाद किसान फारूख मोहम्मद ने उन सभी युवाओं से अपील करते हुए कहा की वो अपने खेतों में सब्जियों आदि का काम करें उन्हें काफी लाभ मिलेगा।
वहीँ दसूरी और किसान फारूख मोहम्मद का कहना है की कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौर में हमें कोई परेशानी नहीं हुई हमने अपने खेतों में खीरे और टमाटर जैसी फसलो को एहमियत दी जिसके चलते लोक डाउन मवी हमें पैसों की कोई परेशानी नहीं हुई हमारे खीरे बिकने शुरू हुए तो हमें पैसे लगातार आते रहे।
उसके बाद अभी टमाटर की फसल भिओ तैयार है उसे भी मार्किट में बेचना है हालंकि इन फसलो से हमें काफी लाभ हुआ जिसके चलते हमारा यही कहना है की जो लोग बहार से अपनी नौकरी या रोजगार छोड़ने के बाद अपने घरों में रह रहे है उनसे यही अपील करूंगा की वो अपने खेतों मियो सब्जियां बगेरा लघाए इससे काफी लाभ होता है हमने खुद करके देखा।
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