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शिमला ,05 फरवरी [ विशाल सूद ] ! नियमितीकरण की मांग को लेकर एसएमसी शिक्षकों का क्रमिक अनशन दसवें दिन में प्रवेश कर गया है।राजधानी शिमला में हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद भी क्रमिक अनशन पर बैठे एसएमसी शिक्षकों के हौसले बुलंद हैं। शिक्षकों का साफ तौर पर कहना है जब तक नियमतिकरण की मांग पूरी नही हो जाती वे अनशन पर बैठे रहेंगे।8 फ़रवरी से पेन डाउन स्ट्राइक शुरू होगी और कक्षाओं का बहिष्कार किया जायेगा। एसएमसी शिक्षक संघ चम्बा के कोषाध्यक्ष रामलोक ने बताया कि काफी लंबे समय से उनकी एक ही मांग है नियमतिकरण की जिसको लेकर उन्हें क्रमिक अनशन पर बैठना पड़ा।कुछ शिक्षक उम्र की उस दहलीज पर हैं जहां उनकी निगाहें सरकार को निहार रही हैं।उनकी उम्र 47 वर्ष से अधिक हो गयी हैं और 20%अध्यापक ऐसा है जो 50 वर्ष से अधिक के हैं। बच्चों के भविष्य संवारने का जिम्मा उनके ऊपर है लेकिन उनका खुद का भविष्य ही अंधेरे में है।सरकार को चेताते हुए शिक्षकों ने कहा कि उन्हें या तो नियमित किया जाए अन्यथा उन्हें नोकरी से निकाल दिया जाए।
शिमला ,05 फरवरी [ विशाल सूद ] ! नियमितीकरण की मांग को लेकर एसएमसी शिक्षकों का क्रमिक अनशन दसवें दिन में प्रवेश कर गया है।राजधानी शिमला में हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद भी क्रमिक अनशन पर बैठे एसएमसी शिक्षकों के हौसले बुलंद हैं। शिक्षकों का साफ तौर पर कहना है जब तक नियमतिकरण की मांग पूरी नही हो जाती वे अनशन पर बैठे रहेंगे।8 फ़रवरी से पेन डाउन स्ट्राइक शुरू होगी और कक्षाओं का बहिष्कार किया जायेगा।
एसएमसी शिक्षक संघ चम्बा के कोषाध्यक्ष रामलोक ने बताया कि काफी लंबे समय से उनकी एक ही मांग है नियमतिकरण की जिसको लेकर उन्हें क्रमिक अनशन पर बैठना पड़ा।कुछ शिक्षक उम्र की उस दहलीज पर हैं जहां उनकी निगाहें सरकार को निहार रही हैं।उनकी उम्र 47 वर्ष से अधिक हो गयी हैं और 20%अध्यापक ऐसा है जो 50 वर्ष से अधिक के हैं।
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बच्चों के भविष्य संवारने का जिम्मा उनके ऊपर है लेकिन उनका खुद का भविष्य ही अंधेरे में है।सरकार को चेताते हुए शिक्षकों ने कहा कि उन्हें या तो नियमित किया जाए अन्यथा उन्हें नोकरी से निकाल दिया जाए।
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