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शिमला ! भाजपा प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में आपदा से जूझ रहा है और सरकार अपने में ही व्यस्त है। प्रदेश की राजधानी शिमला में हुए आपदा प्रभावितों से मिलने में एक महीनें का समय लगा दिया। मुख्यमंत्री और मंत्री से दो हफ़्ते पहले ही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पहुँच गये और आपदा प्रभावितों से मिलकर उनका हाल चाल जाना। नेता प्रतिपक्ष ने वहाँ के लोगों के मुद्दे भी उठाए, सड़कें, बिजली पानी जैसी अहम सुविधाएं बहाल करने की मांग की। राजधानी में ही मुख्यमंत्री को आपदा प्रभावितों को मिलने में एक एक महीनें का समय लग गया। संदीपनी ने कहा कि एक महीनें बाद मुख्यमंत्री और मंत्री पहुंच कर आपदा प्रभावितों को राहत देने की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री केंद्र द्वारा दी गई सहायता राशि ही लोगों में बांट रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा अभी तक लोगों को किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिला है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आपदा के एक महीने बीतने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा आपदा प्रभावितों को राहत देने की बात की जा रही है। ऐसे में सवाल यह है कि यह राहत अब तक क्यों नहीं दी गई। इतना समय क्यों लगाया गया इसके बारे में सरकार को बताना पड़ेगा कि शिमला के आपदा प्रभावितों का क्या दोष था जो मुख्यमन्त्री को वहां पहुँचने में एक महीने का समय लग गया जबकि प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर उन जगहों पर दो हफ़्ता पहले ही पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री बताएं कि क्या यही व्यवस्था परिवर्तन है कि मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष के पीछे-पीछे ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अपना दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा से भारी तबाही हुई है। सड़कों को नुक़सान हुआ है, जिसके कारण किसान और बाग़वान अपने उत्पाद को मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं और मजबूरन उन्हें सड़कों पर फेंक रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करें कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जल्दी से जल्दी जनजीवन सामान्य हो। बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल हो और सड़कें दुरुस्त हो जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
शिमला ! भाजपा प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में आपदा से जूझ रहा है और सरकार अपने में ही व्यस्त है। प्रदेश की राजधानी शिमला में हुए आपदा प्रभावितों से मिलने में एक महीनें का समय लगा दिया। मुख्यमंत्री और मंत्री से दो हफ़्ते पहले ही नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पहुँच गये और आपदा प्रभावितों से मिलकर उनका हाल चाल जाना। नेता प्रतिपक्ष ने वहाँ के लोगों के मुद्दे भी उठाए, सड़कें, बिजली पानी जैसी अहम सुविधाएं बहाल करने की मांग की। राजधानी में ही मुख्यमंत्री को आपदा प्रभावितों को मिलने में एक एक महीनें का समय लग गया। संदीपनी ने कहा कि एक महीनें बाद मुख्यमंत्री और मंत्री पहुंच कर आपदा प्रभावितों को राहत देने की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री केंद्र द्वारा दी गई सहायता राशि ही लोगों में बांट रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा अभी तक लोगों को किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिला है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आपदा के एक महीने बीतने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा आपदा प्रभावितों को राहत देने की बात की जा रही है। ऐसे में सवाल यह है कि यह राहत अब तक क्यों नहीं दी गई। इतना समय क्यों लगाया गया इसके बारे में सरकार को बताना पड़ेगा कि शिमला के आपदा प्रभावितों का क्या दोष था जो मुख्यमन्त्री को वहां पहुँचने में एक महीने का समय लग गया जबकि प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर उन जगहों पर दो हफ़्ता पहले ही पहुंच चुके हैं। मुख्यमंत्री बताएं कि क्या यही व्यवस्था परिवर्तन है कि मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष के पीछे-पीछे ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अपना दौरा करेंगे।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा से भारी तबाही हुई है। सड़कों को नुक़सान हुआ है, जिसके कारण किसान और बाग़वान अपने उत्पाद को मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं और मजबूरन उन्हें सड़कों पर फेंक रहे हैं। इसलिए मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करें कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जल्दी से जल्दी जनजीवन सामान्य हो। बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल हो और सड़कें दुरुस्त हो जिससे लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
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