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बिलासपुर ! राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घुमारवीं में आज वार्षिक पुरस्कार वितरण एवं क्लस्टर स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस अवसर पर राजेश धर्माणी ने विद्यालय परिसर में लगभग 10 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित कला मंच का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है तथा इस दिशा में सरकार निरंतर प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार किए जा रहे हैं। प्रदेश में पहले चरण में 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई से संबद्ध किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर स्तर की शिक्षा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि जिस बेहतर शिक्षा की चाह में विद्यार्थी निजी स्कूलों की ओर रुख कर रहे हैं, अब उन्हें कम फीस में ही सरकारी स्कूलों में सीबीएसई बोर्ड के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्राप्त होंगे। नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अनाथ बच्चों को “चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट” का दर्जा प्रदान किया है। इन बच्चों की शिक्षा, देखभाल तथा संपूर्ण जीवन की जिम्मेदारी राज्य सरकार निभा रही है। इसके अतिरिक्त “इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना” के माध्यम से उन बच्चों को सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है जिनके पिता का निधन हो चुका है और माताएं आर्थिक रूप से शिक्षा का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा एवं कोचिंग प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को 20 लाख रुपये तक का ऋण मात्र 1 प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह ब्याज इसलिए रखा गया है ताकि बच्चों में जिम्मेदारी का भाव विकसित हो और वह इसका उचित उपयोग करें। राजेश धर्माणी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने हाल ही में पूर्ण साक्षरता राज्य का दर्जा प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में जहां प्रदेश की रैंकिंग देश में 25वें स्थान पर थी, वहीं 2025 में यह 5वें स्थान पर पहुंच गई है। यह प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में उठाए गए प्रभावी कदमों और सुधारात्मक प्रयासों का ही परिणाम है।उन्होंने बच्चों को नशे, विशेषकर चिट्टा जैसी घातक ड्रग्स से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी विद्यार्थी या व्यक्ति इस नशे में संलिप्त दिखाई दे तो इसकी सूचना तुरंत अपने अध्यापकों, अभिभावकों या पुलिस प्रशासन को दें। उन्होंने मेधावी, प्रतिभावान एवं विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया।इससे पहले विद्यालय के प्रधानाचार्य परमजीत सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।इस क्लस्टर स्तरीय समारोह में सात विद्यालयों जिनमें गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं, गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं, गवर्नमेंट हाई स्कूल टकरेड़ा, गवर्नमेंट हाई स्कूल चुवाड़ी, गवर्नमेंट हाई स्कूल बाड़ी मझेड़वां, गवर्नमेंट हाई स्कूल बरोटा तथा गवर्नमेंट मिडिल स्कूल कलरी के लगभग 1400 विद्यार्थियों ने भाग लिया कार्यक्रम में उच्च शिक्षा निदेशक रेणु कौशल, नगर परिषद घुमारवीं की अध्यक्षा रीता सहगल, दकड़ी पंचायत प्रधान मस्तराम राणा सहित बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी, शिक्षकगण तथा अभिभावक मौजूद रहे।
बिलासपुर ! राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घुमारवीं में आज वार्षिक पुरस्कार वितरण एवं क्लस्टर स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस अवसर पर राजेश धर्माणी ने विद्यालय परिसर में लगभग 10 लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित कला मंच का भी लोकार्पण किया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है तथा इस दिशा में सरकार निरंतर प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में बड़े सुधार किए जा रहे हैं। प्रदेश में पहले चरण में 100 सरकारी स्कूलों को सीबीएसई से संबद्ध किया गया है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर स्तर की शिक्षा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि जिस बेहतर शिक्षा की चाह में विद्यार्थी निजी स्कूलों की ओर रुख कर रहे हैं, अब उन्हें कम फीस में ही सरकारी स्कूलों में सीबीएसई बोर्ड के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्राप्त होंगे।
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नगर एवं ग्राम नियोजन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अनाथ बच्चों को “चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट” का दर्जा प्रदान किया है। इन बच्चों की शिक्षा, देखभाल तथा संपूर्ण जीवन की जिम्मेदारी राज्य सरकार निभा रही है। इसके अतिरिक्त “इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना” के माध्यम से उन बच्चों को सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है जिनके पिता का निधन हो चुका है और माताएं आर्थिक रूप से शिक्षा का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं।
उन्होंने कहा कि डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा एवं कोचिंग प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों को 20 लाख रुपये तक का ऋण मात्र 1 प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह ब्याज इसलिए रखा गया है ताकि बच्चों में जिम्मेदारी का भाव विकसित हो और वह इसका उचित उपयोग करें।
राजेश धर्माणी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने हाल ही में पूर्ण साक्षरता राज्य का दर्जा प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021-22 में जहां प्रदेश की रैंकिंग देश में 25वें स्थान पर थी, वहीं 2025 में यह 5वें स्थान पर पहुंच गई है। यह प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में उठाए गए प्रभावी कदमों और सुधारात्मक प्रयासों का ही परिणाम है।उन्होंने बच्चों को नशे, विशेषकर चिट्टा जैसी घातक ड्रग्स से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी विद्यार्थी या व्यक्ति इस नशे में संलिप्त दिखाई दे तो इसकी सूचना तुरंत अपने अध्यापकों, अभिभावकों या पुलिस प्रशासन को दें।
उन्होंने मेधावी, प्रतिभावान एवं विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया।
इससे पहले विद्यालय के प्रधानाचार्य परमजीत सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।इस क्लस्टर स्तरीय समारोह में सात विद्यालयों जिनमें गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं, गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं, गवर्नमेंट हाई स्कूल टकरेड़ा, गवर्नमेंट हाई स्कूल चुवाड़ी, गवर्नमेंट हाई स्कूल बाड़ी मझेड़वां, गवर्नमेंट हाई स्कूल बरोटा तथा गवर्नमेंट मिडिल स्कूल कलरी के लगभग 1400 विद्यार्थियों ने भाग लिया
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा निदेशक रेणु कौशल, नगर परिषद घुमारवीं की अध्यक्षा रीता सहगल, दकड़ी पंचायत प्रधान मस्तराम राणा सहित बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी, शिक्षकगण तथा अभिभावक मौजूद रहे।
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