प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कहा यह गलत फैसला मेरिट में होते हैं अधिकांश निजी स्कूलों के बच्चे
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हमीरपुर, 11 नवंबर [ विशाल सूद ] ! सरकारी स्कूलों के मेधावी बच्चों को लैपटॉप देने और निजी स्कूलों के मेधावी बच्चों को लैपटॉप ना देने के विभाग के निर्णय का निजी स्कूलों ने जमकर विरोध किया है। हमीर होटल हमीरपुर में प्रेस वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश स्कूल मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह ठाकुर ने विभाग के इस निर्णय का जमकर विरोध किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से मांग की है कि इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए। ठाकुर ने कहा कि जो भी मेधावी बच्चे हैं वह किसी निजी स्कूल या सरकारी स्कूल के नहीं है बल्कि प्रदेश शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत उन्होंने परीक्षाओं में अव्वल स्थान हासिल किए हैं जिसके कारण निजी स्कूल के मेधावी बच्चों के साथ इस तरह का भेदभाव सहन नहीं किया जा सकता है। ठाकुर ने कहा कि गत 3 वर्षों से प्रदेश के मेधावी बच्चे विभाग के इस इनाम का इंतजार कर रहे थे लेकिन इस भेदभाव के कारण अब निजी स्कूल के बच्चे मानसिक तौर पर निराश हो गए हैं। ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2022 के बाद आज तक मेधावी बच्चों को मिलने वाला यह इनाम नहीं मिला है लेकिन अब यह भी घोषणा की गई है कि 3 साल से अव्वल आने वाले बच्चों को भी केवल एक ही इनाम मिलेगा जो कि सरासर अन्याय पूर्ण है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में बोर्ड की परीक्षाओं में करीब 75 प्रतिशत मेरिट निजी स्कूलों के बच्चों की हैं। ठाकुर ने कहा कि उन्हें यह पूर्ण विश्वास है की यह निर्णय आधिकारिक तौर पर हुआ है और इसकी पूरी फीडबैक मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री को नहीं दी गई है इसलिए संगठन शीघ्र ही इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री से बैठक करके इस बारे चर्चा करेंगे ताकि प्रदेश के प्रत्येक मेधावी बच्चे को उसका हक दिलाया जा सके। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश महासचिव राजेश सिंह ठाकुर, प्रदेश सचिव अमित ठाकुर, कोषाध्यक्ष अनिल ठाकुर, प्रदेश मीडिया प्रभारी निष्पक्ष भारती, जिला अध्यक्ष हमीरपुर देवराज वर्मा, जिला महासचिव गौतम शर्मा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंकज लखनपाल, ब्लॉक अध्यक्ष कुलदीप धीमान बिझड़, भोरंज से ललित मोहन, हमीरपुर से प्रताप वर्मा तथा सुजानपुर से संजीव कुमार उपस्थित रहे।
हमीरपुर, 11 नवंबर [ विशाल सूद ] ! सरकारी स्कूलों के मेधावी बच्चों को लैपटॉप देने और निजी स्कूलों के मेधावी बच्चों को लैपटॉप ना देने के विभाग के निर्णय का निजी स्कूलों ने जमकर विरोध किया है। हमीर होटल हमीरपुर में प्रेस वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश स्कूल मैनेजमेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जगजीत सिंह ठाकुर ने विभाग के इस निर्णय का जमकर विरोध किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से मांग की है कि इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए।
ठाकुर ने कहा कि जो भी मेधावी बच्चे हैं वह किसी निजी स्कूल या सरकारी स्कूल के नहीं है बल्कि प्रदेश शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत उन्होंने परीक्षाओं में अव्वल स्थान हासिल किए हैं जिसके कारण निजी स्कूल के मेधावी बच्चों के साथ इस तरह का भेदभाव सहन नहीं किया जा सकता है। ठाकुर ने कहा कि गत 3 वर्षों से प्रदेश के मेधावी बच्चे विभाग के इस इनाम का इंतजार कर रहे थे लेकिन इस भेदभाव के कारण अब निजी स्कूल के बच्चे मानसिक तौर पर निराश हो गए हैं।
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ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2022 के बाद आज तक मेधावी बच्चों को मिलने वाला यह इनाम नहीं मिला है लेकिन अब यह भी घोषणा की गई है कि 3 साल से अव्वल आने वाले बच्चों को भी केवल एक ही इनाम मिलेगा जो कि सरासर अन्याय पूर्ण है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में बोर्ड की परीक्षाओं में करीब 75 प्रतिशत मेरिट निजी स्कूलों के बच्चों की हैं।
ठाकुर ने कहा कि उन्हें यह पूर्ण विश्वास है की यह निर्णय आधिकारिक तौर पर हुआ है और इसकी पूरी फीडबैक मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री को नहीं दी गई है इसलिए संगठन शीघ्र ही इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री से बैठक करके इस बारे चर्चा करेंगे ताकि प्रदेश के प्रत्येक मेधावी बच्चे को उसका हक दिलाया जा सके।
इस अवसर पर संगठन के प्रदेश महासचिव राजेश सिंह ठाकुर, प्रदेश सचिव अमित ठाकुर, कोषाध्यक्ष अनिल ठाकुर, प्रदेश मीडिया प्रभारी निष्पक्ष भारती, जिला अध्यक्ष हमीरपुर देवराज वर्मा, जिला महासचिव गौतम शर्मा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष पंकज लखनपाल, ब्लॉक अध्यक्ष कुलदीप धीमान बिझड़, भोरंज से ललित मोहन, हमीरपुर से प्रताप वर्मा तथा सुजानपुर से संजीव कुमार उपस्थित रहे।
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