देहरा के पूर्व विधायक का कांग्रेस सरकार पर बड़ा हमला
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धर्मशाला , 11 नवंबर [ विशाल सूद ] ! देहरा के पूर्व विधायक होशियार सिंह ने कहा है कि प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार ने छल,कपट और झूठ के बल पर 2024 में हुआ देहरा चुनाव जीता है सरकार के दबाव में कांगड़ा सहकारी बैंक समिति (केसीसीबी) ने आदर्श चुनाव आचार संहिता के दौरान बिना किसी आवेदन पत्र सिर्फ चिटटों के आधार पर देहरा हलके के तहत 67 महिला मंडलों के बैंक खातों में 50-50 हजार रुपये ट्रांसफर किए उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि जनता के लाखों रुपये का दुरुपयोग किया गया है अब यह मामला कोर्ट में है यह बात देहरा के पूर्व विधायक होशियार सिंह सिंह ने पत्रकार वार्ता में कही। होशियार सिंह ने कहा कि देहरा में उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान था और आचार सहिंता 14 जून 2024 को लगी थी भाजपा की तरफ से वह खुद और कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर उम्मीदवार थी कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए जनता की मेहनत की कमाई के पैसे का इस्तेमाल किया सरकार के कहने पर बैंक अधिकारियों ने बिना किसी आवेदन के महिला मंडलों के खाते में 20 दिन के भीतर 50-50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने कहा कि बड़ी बात है कि उस समय आदर्श आचार संहिता लागू थी उन्होंने बताया कि बैंक ने कुल 33 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए जबकि रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) की गाइडलाइन के अनुसार यह राशि 30 लाख से अधिक नहीं हो सकती उन्होंने कहा कि यह साफ है कि बैंक अधिकारियों ने किसी के दबाव में प्रदेश की जनता के लाखों रुपये का दुरुपयोग किया होशियार के अनुसार यह रकम 20 जून से 10 जुलाई यानी मतदान के दिन तक ट्रांसफर की गई हैरानी है कि एक महिला मंडल का खाता एसबीआई में था बड़ी बात है कि यह काफी समय से निषक्रिय पड़ा था प्रबंधन ने उक्त खाते में भी 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। बाद में यह रकम वापस आई महिला मंडलों के खातों में रकम ट्रांसफर होने के बाद इनका यूटिलाइजेशन प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किया गया इसका अर्थ है कि यह साफ ही नहीं है कि इन रुपयों का प्रयोग कहां-कहां किया गया उन्होंने कहा कि जब उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली तो इस साल पांच जनवरी को उन्होंने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत बैंक प्रबंधन से इस संबंध में जानकारी मांगी, लेकिन सूचना नहीं मिली इसके बाद उन्होंने सात मार्च को दोबारा आरटीआई के तहत आवेदन किया इसके बाद दो अप्रैल को बैंक प्रबंधन ने जवाब दिया कि थर्ड पार्टी होने की वजह से वह इस संबंध में सूचना नहीं दे सकते इसके बाद उन्होंने इस जवाब को लेकर बैंक की अपलेंट ऑथोरिटी को अपील की छह मई को प्रबंधन ने हमें धर्मशाला स्थित अपने मुख्यालय बुलाया इसके 10 दिन बाद हमें सूचना जारी कर दी गई इस संबंध में हमीरपुर से भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने 13 मार्च को विधानसभा में प्रश्न उठाया इस पर जवाब मिला कि इस संबंध में सूचना एकत्रित की जा रही है 25 मार्च को महामहिम राज्यपाल को भी शिकायत की प्रतिलिपि दी गई इस पर फिर बैंक ने जवाब दिया कि सूचना विधानसभा को भेज दी गई है। मानसून सत्र में आशीष शर्मा ने जब दोबारा मामला विधानसभा में उठाया तो फिर जवाब मिला कि सूचना एकत्रित की जा रही है होशियार ने कहा कि इसके बाद वह यह मामला लेकर माननीय न्यायालय पहुंचे अब न्यायालय ने बैंक प्रबंधन से इस मामले में 11 दिसंबर को जवाब मांगा है उन्होंने न्यायाधीश आपदा राहत कोष में पांच लाख रुपये भी जमा कराए हैं। होशियार ने आरोप लगाया की विधानसभा में जवाब क्यों नहीं दिया गया जबकि बैंक बोल रहा है लो हमने जवाब दे दिया है जब बैंक ने जवाब दिया है तो विधानसभा में उसे क्यों रोका जा रहा है होशियार ने कहा कि राज्यपाल के जवाब में यह साफ जाहिर है कि बैंक द्वारा सारी सूचना विधानसभा को दे दी गयी है फिर क्यों इन तथ्यों को छुपाया जा रहा है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि पूरी दाल ही काली है उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व देहरा में वोट चोर गद्दी छोड़ कार्यक्रम किया है उन्होंने किस लिहाज से यह आयोजित किया वह तो जीती हुई उम्मीदवार है फिर किस बात का यह अभियान वह चला रही हैं।
धर्मशाला , 11 नवंबर [ विशाल सूद ] ! देहरा के पूर्व विधायक होशियार सिंह ने कहा है कि प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार ने छल,कपट और झूठ के बल पर 2024 में हुआ देहरा चुनाव जीता है सरकार के दबाव में कांगड़ा सहकारी बैंक समिति (केसीसीबी) ने आदर्श चुनाव आचार संहिता के दौरान बिना किसी आवेदन पत्र सिर्फ चिटटों के आधार पर देहरा हलके के तहत 67 महिला मंडलों के बैंक खातों में 50-50 हजार रुपये ट्रांसफर किए उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि जनता के लाखों रुपये का दुरुपयोग किया गया है अब यह मामला कोर्ट में है यह बात देहरा के पूर्व विधायक होशियार सिंह सिंह ने पत्रकार वार्ता में कही।
होशियार सिंह ने कहा कि देहरा में उपचुनाव के लिए 10 जुलाई को मतदान था और आचार सहिंता 14 जून 2024 को लगी थी भाजपा की तरफ से वह खुद और कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर उम्मीदवार थी कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए जनता की मेहनत की कमाई के पैसे का इस्तेमाल किया सरकार के कहने पर बैंक अधिकारियों ने बिना किसी आवेदन के महिला मंडलों के खाते में 20 दिन के भीतर 50-50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
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उन्होंने कहा कि बड़ी बात है कि उस समय आदर्श आचार संहिता लागू थी उन्होंने बताया कि बैंक ने कुल 33 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए जबकि रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) की गाइडलाइन के अनुसार यह राशि 30 लाख से अधिक नहीं हो सकती उन्होंने कहा कि यह साफ है कि बैंक अधिकारियों ने किसी के दबाव में प्रदेश की जनता के लाखों रुपये का दुरुपयोग किया होशियार के अनुसार यह रकम 20 जून से 10 जुलाई यानी मतदान के दिन तक ट्रांसफर की गई हैरानी है कि एक महिला मंडल का खाता एसबीआई में था बड़ी बात है कि यह काफी समय से निषक्रिय पड़ा था प्रबंधन ने उक्त खाते में भी 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए थे।
बाद में यह रकम वापस आई महिला मंडलों के खातों में रकम ट्रांसफर होने के बाद इनका यूटिलाइजेशन प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किया गया इसका अर्थ है कि यह साफ ही नहीं है कि इन रुपयों का प्रयोग कहां-कहां किया गया उन्होंने कहा कि जब उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली तो इस साल पांच जनवरी को उन्होंने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत बैंक प्रबंधन से इस संबंध में जानकारी मांगी, लेकिन सूचना नहीं मिली इसके बाद उन्होंने सात मार्च को दोबारा आरटीआई के तहत आवेदन किया इसके बाद दो अप्रैल को बैंक प्रबंधन ने जवाब दिया कि थर्ड पार्टी होने की वजह से वह इस संबंध में सूचना नहीं दे सकते इसके बाद उन्होंने इस जवाब को लेकर बैंक की अपलेंट ऑथोरिटी को अपील की छह मई को प्रबंधन ने हमें धर्मशाला स्थित अपने मुख्यालय बुलाया इसके 10 दिन बाद हमें सूचना जारी कर दी गई इस संबंध में हमीरपुर से भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने 13 मार्च को विधानसभा में प्रश्न उठाया इस पर जवाब मिला कि इस संबंध में सूचना एकत्रित की जा रही है 25 मार्च को महामहिम राज्यपाल को भी शिकायत की प्रतिलिपि दी गई इस पर फिर बैंक ने जवाब दिया कि सूचना विधानसभा को भेज दी गई है।
मानसून सत्र में आशीष शर्मा ने जब दोबारा मामला विधानसभा में उठाया तो फिर जवाब मिला कि सूचना एकत्रित की जा रही है होशियार ने कहा कि इसके बाद वह यह मामला लेकर माननीय न्यायालय पहुंचे अब न्यायालय ने बैंक प्रबंधन से इस मामले में 11 दिसंबर को जवाब मांगा है उन्होंने न्यायाधीश आपदा राहत कोष में पांच लाख रुपये भी जमा कराए हैं। होशियार ने आरोप लगाया की विधानसभा में जवाब क्यों नहीं दिया गया जबकि बैंक बोल रहा है लो हमने जवाब दे दिया है जब बैंक ने जवाब दिया है तो विधानसभा में उसे क्यों रोका जा रहा है होशियार ने कहा कि राज्यपाल के जवाब में यह साफ जाहिर है कि बैंक द्वारा सारी सूचना विधानसभा को दे दी गयी है फिर क्यों इन तथ्यों को छुपाया जा रहा है इससे साफ जाहिर हो रहा है कि पूरी दाल ही काली है उन्होंने कहा कि कुछ दिन पूर्व देहरा में वोट चोर गद्दी छोड़ कार्यक्रम किया है उन्होंने किस लिहाज से यह आयोजित किया वह तो जीती हुई उम्मीदवार है फिर किस बात का यह अभियान वह चला रही हैं।
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