
- विज्ञापन (Article Top Ad) -
सोलन , 24 दिसंबर [ पंकज गोल्डी ] ! लाल झंडा सीमेंट वर्कर यूनियन बघेरी नालागढ़ (सीटू) ने एक बैठक आयोजित की । बैठक में यूनियन ने अडानी द्वारा हिमाचल में बरमाणा, दाडलाघाट में स्थापित एसीसी और अंबुजा सीमेंट कारखानों को बंद करने के फैसले का पुरजोर विरोध किया । जिसके परिणाम स्वरूप यहां पर माल ढुलाई कार्य में लगे हजारों ट्रांसपोर्टर और कार्यरत सभी कंपनी मजदूरों का रोजगार छिन जाने से बेरोजगारी का गहरा संकट छा गया है । यूनियन के सभी पदाधिकारियों ने अडानी की माल ढुलाई कार्य में लगे हजारों ट्रांसपोर्ट और कार्यरत सभी कंपनी मजदूरों विरोधी नीतियों और फैसलों के खिलाफ एकजुट होते हुए ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों की शोषण के खिलाफ लड़ाई में उनका पूरा समर्थन करने का निर्णय लिया। सीटू यूनियन के के प्रधान, उप प्रधान व महासचिव ने इस पूरे मामले में हिमाचल की नवगठित सरकार से ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों के साथ हुए अडानी के शोषण को तुरंत प्रभाव से रोकने वह तानाशाही प्रमाण वापस लेने के लिए जनहित में कंपनी प्रबंधकों को दिशा निर्देश जारी करने की मांग की है । तथा भविष्य में कभी भी ट्रांसपोर्टरों और मजदूर विरोधी ऐसी तुगलकी फरमान ओं की पुनरावृति न होने को सुनिश्चित बनाने की अपील की है । सभी सीटू सदस्यों ने हिमाचल की नवगठित कांग्रेस सरकार से भविष्य में ट्रांसपोर्ट और मजदूर जन विरोधी नीतियों को रोकने के लिए ठोस व कारगर नीति सभी उद्योगों पर शीघ्र लागू करने की मांग की है और अडानी के फैसले को सरासर हिमाचल के हितों के खिलाफ गैरकानूनी और तानाशाही बताया । उन्होने मांग भी की कि आडानी के ट्रांसपोर्टरों और मजदूर विरोधी फैसले लागू करने पर सरकार द्वारा डाली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों के अधिकारों को सुरक्षित किया जाए । बैठक में सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया जिसमें प्रधान गुरदेव सिंह, उप प्रधान प्रदीप कुमार, महासचिव जितेंद्र कुमार, अमर सिंह, नटवर सिंह, मस्तराम, अनिल कुमार, सुखविंदर सिंह विजय शर्मा शामिल रहे। https://youtube.com/playlist?list=PLfNkwz3upB7OrrnGCDxBewe7LwsUn1bhs
सोलन , 24 दिसंबर [ पंकज गोल्डी ] ! लाल झंडा सीमेंट वर्कर यूनियन बघेरी नालागढ़ (सीटू) ने एक बैठक आयोजित की । बैठक में यूनियन ने अडानी द्वारा हिमाचल में बरमाणा, दाडलाघाट में स्थापित एसीसी और अंबुजा सीमेंट कारखानों को बंद करने के फैसले का पुरजोर विरोध किया । जिसके परिणाम स्वरूप यहां पर माल ढुलाई कार्य में लगे हजारों ट्रांसपोर्टर और कार्यरत सभी कंपनी मजदूरों का रोजगार छिन जाने से बेरोजगारी का गहरा संकट छा गया है ।
यूनियन के सभी पदाधिकारियों ने अडानी की माल ढुलाई कार्य में लगे हजारों ट्रांसपोर्ट और कार्यरत सभी कंपनी मजदूरों विरोधी नीतियों और फैसलों के खिलाफ एकजुट होते हुए ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों की शोषण के खिलाफ लड़ाई में उनका पूरा समर्थन करने का निर्णय लिया।
- विज्ञापन (Article Inline Ad) -
सीटू यूनियन के के प्रधान, उप प्रधान व महासचिव ने इस पूरे मामले में हिमाचल की नवगठित सरकार से ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों के साथ हुए अडानी के शोषण को तुरंत प्रभाव से रोकने वह तानाशाही प्रमाण वापस लेने के लिए जनहित में कंपनी प्रबंधकों को दिशा निर्देश जारी करने की मांग की है । तथा भविष्य में कभी भी ट्रांसपोर्टरों और मजदूर विरोधी ऐसी तुगलकी फरमान ओं की पुनरावृति न होने को सुनिश्चित बनाने की अपील की है ।
सभी सीटू सदस्यों ने हिमाचल की नवगठित कांग्रेस सरकार से भविष्य में ट्रांसपोर्ट और मजदूर जन विरोधी नीतियों को रोकने के लिए ठोस व कारगर नीति सभी उद्योगों पर शीघ्र लागू करने की मांग की है और अडानी के फैसले को सरासर हिमाचल के हितों के खिलाफ गैरकानूनी और तानाशाही बताया ।
उन्होने मांग भी की कि आडानी के ट्रांसपोर्टरों और मजदूर विरोधी फैसले लागू करने पर सरकार द्वारा डाली के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और ट्रांसपोर्टरों और मजदूरों के अधिकारों को सुरक्षित किया जाए । बैठक में सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया जिसमें प्रधान गुरदेव सिंह, उप प्रधान प्रदीप कुमार, महासचिव जितेंद्र कुमार, अमर सिंह, नटवर सिंह, मस्तराम, अनिल कुमार, सुखविंदर सिंह विजय शर्मा शामिल रहे।
- विज्ञापन (Article Bottom Ad) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 1) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 2) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 3) -
- विज्ञापन (Sidebar Ad 4) -