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बिलासपुर , 04मार्च [ राकेश शर्मा ] ! पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने प्रदेश सरकार में मंत्री राजेश धर्माणी द्वारा दिए गए उस बयान को हास्यास्पद बताया जिसमें उन्होंने कांग्रेस के छह विधायक की विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर उनपर भ्रष्टाचार के माध्यम से पैसा कमाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के ओछेपन को जनता के बीच में जगजाहिर कर रहे हैं क्योंकि यही छह विधायक जब कांग्रेस समर्थन करते थे, कांग्रेस का समर्थन करते थे तो सदाचारी थे और ईमानदार थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने राज्यसभा के कांग्रेस के अधिकृत कैंडिडेट के खिलाफ अपना मत दिया वैसे ही ये लोग सदाचारी से अब भ्रष्टाचार हो गए। यह डबल स्टैन्डर्ड कांग्रेस का जनता के बीच में सामने आया है और कांग्रेस को जो लोग कह रहे हैं कि छह विधायक भ्रष्टाचार थे तो क्या कांग्रेस के लोगों को नेतृत्व को ये पता नहीं था कि जिनको हम चुनाव लड़ा रहे हैं वह भ्रष्टाचारी हैं। जब वो चुनाव जीते तो कांग्रेस ने उनको सीने में लगाया था। कांग्रेस ने उनके बलबूते पर सरकार बनाई थी, लेकिन आज जब उनमें कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण असंतोष फैला तो वह भ्रष्टाचारी हो गए। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री व उनके मंत्रियों को कहा कि अपने आप में झांककर देखिए और जो मंत्री ने यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर रही है यह भी दूसरे के सिर पर अपनी असफलताओं को मढ़ने का काम है। भाजपा का इसमें कोई हाथ नहीं है। कांग्रेस के ही विधायक आज कांग्रेस के खिलाफ है, नाराज है और असंतुष्ट हैं। उसका ही ये परिणाम सबके सामने है। उन्होंने कहा कि जो मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जनादेश मिला है।लेकिन जनादेश उन्हें तब मिला था जब उन्होंने जनता को गारंटियां दी थी कि हम 1500 रूपये 18 साल की युवती से लेकर 70 साल की महिला को देंगे, 100 रूपये किलो दूध खरीदेंगे, 2 रूपये किलो गोबर खरीदेंगे, कर्मचारियों की समस्या को हल करेंगे और पहली ही कैबिनेट की मीटिंग में 1,00,000 लोगों को रोजगार देंगे। इन गारंटी के कारण कांग्रेस को जनादेश मिला था, लेकिन कांग्रेस जनादेश का आदर नहीं कर पाई। उसके कारण आज जनता के बीच में तो असंतोष फैला ही है, लेकिन कांग्रेस के विधायक भी अपने आपको जनता के बीच में मुंह दिखाने लायक नहीं थे, क्योंकि कांग्रेस सरकार जो गारंटी दी थी वो पूरी नहीं हो रही थी। भाजपा की सरकार ने जो जनहित में कार्य किए थे, अलग अलग प्रकार के संस्थान खोले थे, उन्होंने डिनोटिफाई कर आज ये सरकार स्वयं ही डिनोटिफाई हो रही है। गर्ग ने कहा कि इस बात को कांग्रेस सरकार के मंत्री ठीक से समझ लें। इसका दोष किसी और को न दें। कांग्रेस ने जो छल की राजनीति की है वह छल कांग्रेस के ऊपर ही भारी पड़ रहा है। गर्ग ने बयान दिया कि कांग्रेस के मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा इन असंतुष्ट विधायकों के कारण पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल को दरकिनार कर रही है लेकिन यह सब केवल जनता के बीच में शिगूफा छोड़ने के अलावा और कुछ नहीं है। धूमल भारतीय जनता पार्टी के सम्माननीय नेता है और जनता धूमल का सम्मान करती है। यहां केवल एक ही गुट है, वो कमल के फूल का गुट है। मोदी का गुट है सब उसी में समाहित है। गुटबाजी कांग्रेस में है, सुक्खू और प्रतिभा में है इसको जनता भलि भांति जानती है।
बिलासपुर , 04मार्च [ राकेश शर्मा ] ! पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग ने प्रदेश सरकार में मंत्री राजेश धर्माणी द्वारा दिए गए उस बयान को हास्यास्पद बताया जिसमें उन्होंने कांग्रेस के छह विधायक की विधानसभा की सदस्यता समाप्त कर उनपर भ्रष्टाचार के माध्यम से पैसा कमाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के ओछेपन को जनता के बीच में जगजाहिर कर रहे हैं क्योंकि यही छह विधायक जब कांग्रेस समर्थन करते थे, कांग्रेस का समर्थन करते थे तो सदाचारी थे और ईमानदार थे। लेकिन जैसे ही उन्होंने राज्यसभा के कांग्रेस के अधिकृत कैंडिडेट के खिलाफ अपना मत दिया वैसे ही ये लोग सदाचारी से अब भ्रष्टाचार हो गए।
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यह डबल स्टैन्डर्ड कांग्रेस का जनता के बीच में सामने आया है और कांग्रेस को जो लोग कह रहे हैं कि छह विधायक भ्रष्टाचार थे तो क्या कांग्रेस के लोगों को नेतृत्व को ये पता नहीं था कि जिनको हम चुनाव लड़ा रहे हैं वह भ्रष्टाचारी हैं। जब वो चुनाव जीते तो कांग्रेस ने उनको सीने में लगाया था।
कांग्रेस ने उनके बलबूते पर सरकार बनाई थी, लेकिन आज जब उनमें कांग्रेस सरकार की नीतियों के कारण असंतोष फैला तो वह भ्रष्टाचारी हो गए। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री व उनके मंत्रियों को कहा कि अपने आप में झांककर देखिए और जो मंत्री ने यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर रही है यह भी दूसरे के सिर पर अपनी असफलताओं को मढ़ने का काम है। भाजपा का इसमें कोई हाथ नहीं है। कांग्रेस के ही विधायक आज कांग्रेस के खिलाफ है, नाराज है और असंतुष्ट हैं। उसका ही ये परिणाम सबके सामने है।
उन्होंने कहा कि जो मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जनादेश मिला है।लेकिन जनादेश उन्हें तब मिला था जब उन्होंने जनता को गारंटियां दी थी कि हम 1500 रूपये 18 साल की युवती से लेकर 70 साल की महिला को देंगे, 100 रूपये किलो दूध खरीदेंगे, 2 रूपये किलो गोबर खरीदेंगे, कर्मचारियों की समस्या को हल करेंगे और पहली ही कैबिनेट की मीटिंग में 1,00,000 लोगों को रोजगार देंगे। इन गारंटी के कारण कांग्रेस को जनादेश मिला था, लेकिन कांग्रेस जनादेश का आदर नहीं कर पाई।
उसके कारण आज जनता के बीच में तो असंतोष फैला ही है, लेकिन कांग्रेस के विधायक भी अपने आपको जनता के बीच में मुंह दिखाने लायक नहीं थे, क्योंकि कांग्रेस सरकार जो गारंटी दी थी वो पूरी नहीं हो रही थी। भाजपा की सरकार ने जो जनहित में कार्य किए थे, अलग अलग प्रकार के संस्थान खोले थे, उन्होंने डिनोटिफाई कर आज ये सरकार स्वयं ही डिनोटिफाई हो रही है।
गर्ग ने कहा कि इस बात को कांग्रेस सरकार के मंत्री ठीक से समझ लें। इसका दोष किसी और को न दें। कांग्रेस ने जो छल की राजनीति की है वह छल कांग्रेस के ऊपर ही भारी पड़ रहा है। गर्ग ने बयान दिया कि कांग्रेस के मंत्री ने यह भी कहा कि भाजपा इन असंतुष्ट विधायकों के कारण पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल को दरकिनार कर रही है लेकिन यह सब केवल जनता के बीच में शिगूफा छोड़ने के अलावा और कुछ नहीं है।
धूमल भारतीय जनता पार्टी के सम्माननीय नेता है और जनता धूमल का सम्मान करती है। यहां केवल एक ही गुट है, वो कमल के फूल का गुट है। मोदी का गुट है सब उसी में समाहित है। गुटबाजी कांग्रेस में है, सुक्खू और प्रतिभा में है इसको जनता भलि भांति जानती है।
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