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ऊना ! भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना की गौरवशाली जीत की 50वीं वर्षगांठ 'स्वर्णिम विजय दिवस' के उपलक्ष्य पर आज ऊना एमसी पार्क के बाहर एलईडी पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम लाइव दिखाया गया। इससे पहले एमसी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, एएसपी विनोद कुमार धीमान, एसडीएम डॉ. सुरेश जसवाल, सहायक आयुक्त डॉ. रेखा कुमारी सहित अन्य अधिकारियों व पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जिलाधीश ऊना राघव शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा। शिमला के अनाडेल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर उपायुक्त राघव शर्मा ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश के वीर सैनिकों की बदौलत ही भारत ने 1971 का युद्ध जीता था। वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय हासिल करने की याद में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी विजय से बांग्लादेश का निर्माण हुआ था। उन्होंने कहा कि सेना के इस पराक्रम पर आज भी सभी देशवासी गौरवान्वित महसूस करते हैं। पाकिस्तान के विरुद्ध युद्ध में जिला ऊना के वीर सैनिकों ने भी शौर्य व अदम्य साहस की गाथा लिखी थी।
ऊना ! भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना की गौरवशाली जीत की 50वीं वर्षगांठ 'स्वर्णिम विजय दिवस' के उपलक्ष्य पर आज ऊना एमसी पार्क के बाहर एलईडी पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम लाइव दिखाया गया। इससे पहले एमसी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, एएसपी विनोद कुमार धीमान, एसडीएम डॉ. सुरेश जसवाल, सहायक आयुक्त डॉ. रेखा कुमारी सहित अन्य अधिकारियों व पूर्व सैनिकों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जिलाधीश ऊना राघव शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा। शिमला के अनाडेल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर मुख्य अतिथि थे।
इस अवसर पर उपायुक्त राघव शर्मा ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि देश के वीर सैनिकों की बदौलत ही भारत ने 1971 का युद्ध जीता था। वर्ष 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर विजय हासिल करने की याद में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी विजय से बांग्लादेश का निर्माण हुआ था। उन्होंने कहा कि सेना के इस पराक्रम पर आज भी सभी देशवासी गौरवान्वित महसूस करते हैं। पाकिस्तान के विरुद्ध युद्ध में जिला ऊना के वीर सैनिकों ने भी शौर्य व अदम्य साहस की गाथा लिखी थी।
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